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Thursday, April 30, 2015

भाबी को माँ बनाया

भाबी को माँ बनाया 

कई बार सपने में मैं अपनी प्रीति भाभी को उनकी तारीफ में कहता था ..” भाभी आप बहुत खूबसूरत हो आपके रसीले होठो का रस पीने के लिए कोई भी मर्द चाहेगा गोल गोल बड़ी आँखों में अजीब सी उलझन है आपकी पतली कमर देख कर कोई भी छूने को चाहेगा काजोल की जैसे बड़ी बड़ी चुचियां है आपकी दो मोटे कूल्हों को देखकर हर कोई दीवाना हो जाएगा सच कहूं भाभी आप एक हसींन हिरोइन जैसे दिखती हो.” वो मुस्कुरा कर कहती हैं-”बस बस बहुत तारीफ करते हो वो भी झूठी ” ये क्या कहा आपने मैं भी कुर्बान जाऊं आप पर अगर झूठा निकला तो।
भैया को अक्सर शहर से बाहर जाना पड़ता है। एक बार भाभी ने काले रंग की साड़ी और ब्लाऊज पहना। भाभी गोरी हैं इसिलिए मैंने उसकी खूब तारीफ की और कहा – भाभी आप तो काले कपड़ो में बहुत ही खूबसूरत दिखाती हो वो मुस्कुरा के बोली झूठे कहीं के।

Wednesday, April 29, 2015

चुदक्कड़ मीना आंटी को चूत और गांड लंड में दिया

चुदक्कड़ मीना आंटी को चूत और गांड लंड  में दिया

दोस्तों मेरा नाम गोविन्द सिंह है.  मै जयपुर का रहने वाला हु और मेरी उम्र 20 वर्ष है. मेरे परिवार में हम तीन लोग है मेरे मम्मी पापा और मै. मम्मी पापा जॉब करते है. मै कॉलेज चला जाता हु और छुट्टी के बाद पूरा दिन घर में  अकेले ही रहता था  या फिर दोस्तों के साथ बहार कही घुमने चला जाता . हमारा घर में दो फ्लोर बने हुए है ऊपर वाले फ्लोर हमने किराये पर दे रखा है.  किरायेदार नाम हरेश है. उनके परिवार मे उनकी वाइफ और एक 3 वर्ष की लड़की है. हरेश अंकल प्राइवेट जॉब करते है. इसलिए वो रात को लगभग लेट नाईट लोटते  है. और उनकी वाइफ को सभी मीना आंटी कहते है. यह कहानी मेरी और मीना आंटी की पहली चुदाई की हैं जिसमे मैंने अपना लंड उसकी चूत और गांड में दिया था.

मामी की चुदाई से वारेन्यारे हो गए

मामी की चुदाई से वारेन्यारे हो गए 

हेलो दोस्तों.. यह मेरी पहली स्टोरी है क्योंकि मेरा यह पहला सेक्स अनुभव था.. लेकिन इस साईट पर मैंने बहुत सी सेक्स स्टोरी पढ़ी है और एक दिन इस साईट पर मुझे अपनी खुद की स्टोरी शेयर करने का मन हुआ तो मैं अपनी पहली सेक्सी स्टोरी लेकर आप सभी के सामने आ गया. अब मैं अपनी स्टोरी पर आने से पहले अपना परिचय करवाता हूँ.. मेरा नाम शिवंश है और मैं भोपाल का रहने वाला बी कॉम का पहले साल का स्टूडेंट हूँ.. मेरी हाईट 5 फुट 11 इंच है और मैं बहुत ही फ्रेंड्ली हूँ.. मुझे फ्रेंड्स बनाना बहुत अच्छा लगता है और मेरे लंड का साईज़ 6.5 इंच है. मेरी उम्र 19 साल है. अब मैं अपनी स्टोरी पर आता हूँ.

कोमल की कुवारी बुर

कोमल की कुवारी बुर 

हैलो दोस्तो, मेरा नाम विकास पटेल (बदला हुआ नाम) है। मैं इंदौर शहर का रहने वाला हूँ। मैं कॉलेज का स्टूडेंट हूँ।यह मेरी पहली कहानी है जो बिलकुल सत्य है।एक दिन की बात है मैं किसी काम से मंगल सिटी गया था। वहाँ पर मैंने एक भाभी को देखा जो दिखने में बहुत ही सुंदर थीं। पच्चीस साल की थीं। वो वहाँ पर खरीददारी करने आई हुई थीं। वो अकेली थीं।उसके साथ कोई नहीं था उसका ख़रीदा हुआ सामान बहुत ज्यादा था और वो उसको ठीक से उठा नहीं पा रही थी।वो मेरे सामने से निकली तो मैंने कहा- क्या मैं आपकी मदद करूँ?उसने कहा- ठीक है।हम माल से बाहर आ गए।उसके बाद मैंने पूछा- मेम आप घर कैसे जायेगीं?उसने कहा- बस से जाऊँगी।
मैंने कहा- आपके पास सामान ज्यादा है, आपको घर जाने में परेशानी होगी।मैंने उसको अपनी बाइक पर बैठाया और हम उसके घर के लिए निकल पड़े।रास्ते में हम लोग आपस में बात कर रहे थे। उसका घर बापट चौराहे के पास था, जो माल से एक किलोमीटर दूर था।हम उसके घर पहुँचे तो मैंने कहा- अब मैं जाता हूँ।
उसने कहा- आपने मेरी मदद की है, आप ऐसे कैसे जा सकते है, अंदर तो आइये।मैंने कहा- ठीक है।
मैं उसके घर में गया, घर बहुत अच्छा था।वो मेरे लिए चाय बना कर लाई हम दोनों ने साथ में चाय पी।

पड़ोस की ब्यूटी पार्लर वाली

पड़ोस की ब्यूटी पार्लर वाली

हेलो दोस्तों.. मेरा नाम राजीव है और मेरी उम्र 23 साल है. मैं महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ. दोस्तों मुझे सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और मुझे जब भी टाईम मिलता है इस साईट से जुड़ा रहता हूँ. दोस्तों फिर एक दिन मैंने सोचा कि क्यों ना मैं भी अपनी कहानी आप सभी को सुनाऊँ.. तो आज मैं आप सभी के सामने अपनी एक सच्ची कहानी लेकर आया हूँ और अगर मुझसे इसमें कोई गलती हो तो प्लीज मुझे माफ़ करना क्योंकि यह मेरी पहली कहानी है.
दोस्तों मेरी खुद की एक दुकान है और उसके पास में ही एक लेडीस ब्यूटी पार्लर है उन्हें मैं सुनीता के नाम से बुलाता हूँ.. वो दिखने में तो एकदम सेक्सी है और अगर आप देखोगे तो लंड खड़ा हो जाएगा. मैंने वहाँ पर अभी कुछ समय पहले ही दुकान खोली है.. लेकिन वो वहाँ पर पिछले 5 साल से है. मैं उनसे ज़्यादा बात नहीं करता था.. बस दूर से उनको देखा करता था..

रसगुल्ले के स्वाद मिलकर खाया

रसगुल्ले के स्वाद मिलकर खाया 

हेलो दोस्तों.. सभी रीडर्स को जय का नमस्कार.. दोस्तों यह कहानी एकदम सच्ची है और यह कहानी मेरी और मेरे दोस्त की है.. कैसे मैंने और उसने उसकी गर्लफ्रेंड को ठोका. अब ज्यादा समय बर्बाद ना करते हुए मैं अपनी कहानी पर आता हूँ.दोस्तों यह बात पिछले महीने की है.. जब सुबह सुबह मेरे पास दोस्त का फोन आया.. मैं उस समय गहरी नींद मैं था. तभी उसने कहा कि वो मुझे लेने मेरे घर पर आ रहा है.. उसका नाम विनय है और उसकी उम्र 22 साल है. फिर मैं जल्दी से उठा और बाथरूम में नहाने चला गया और नहा धोकर नाश्ता करके तैयार हो गया और उसके आने का इंतजार करने लगा. फिर कुछ देर बाद वो आया और हम कॉलेज के लिए निकल पड़े.. तभी रास्ते मैं उसकी गर्लफ्रेंड रिया का कॉल आया और वो दोनों एक दूसरे से बातें करने लगे और वह कहने लगा कि तुझसे मिले कितने दिन हो गये और फिर वो फोन पर ही किस करने लगे.
 तो यह सुनकर मुझे मेरी गर्लफ्रेंड की याद आने लगी और मैं उसकी चुदाई के बारे मैं सोचने लगा. मेरा लंड खड़ा हो गया.. फिर मैंने उसे कहा कि साले मेरा लंड खड़ा हो गया.. जल्दी से फोन काट. फिर उसने कहा कि मुझे तेरी बहुत याद आ रही है और मिलने का मन हो रहा है. तो रिया ने कहा कि मैं नहीं मिल सकती. तभी विनय ने गुस्सा होकर फोन कट कर दिया और फिर थोड़ी देर बाद उसका कॉल आया और उसने कहा कि मिलने का मन तो मेरा भी हो रहा है.. लेकिन मैं घर से क्या बहाना बनाकर निकलूं? तभी विनय ने कहा कि तू ट्यूशन के बहाने घर से बाहर आ जाना और उसका ट्यूशन 4-5 घंटे का होता है और मैंने कहा कि मैं तुझे ट्यूशन के रास्ते से साथ मैं ले जाऊंगा.

गलती करके नहीं,कुछ और करके मज़ा आ गया

गलती करके नहीं,कुछ और करके मज़ा आ गया 

मुझे कुछ कुछ ऐसा प्रतीत होता है कि जिन घरों में भाभियां होती हैं, तो साथ रहने वाले देवर के मन में कभी ना कभी तो पाप जाग ही जाता है और नतीजन भाभियाँ चुदने लगती हैं, या देवर भाभियों के चक्कर में आ ही जाता है। मैं तो कहती हूँ कि आग तो दोनों ओर ही बराबर सी सुलग उठती है …तो वास्तव में इसमें गलती किसी की नहीं होती। ऐसा ही उदाहरण खुद मेरा भी है।
जिस घटना का मैं जिक्र करने जा रहा हूं वो मेरी जवानी के समय की है जब मैं मात्र 18 वर्ष का था और कॉलेज में पड़गता था। मेरे भैया की शादी हो चुकी थी। मेरे छोटे होने के कारण भाभी मुझसे बहुत स्नेह रखती थी। यूँ तो वो मुझसे सिर्फ़ पांच साल ही बड़ी थी। सच पूछो तो उसके पृष्ठ-उभार मुझे बहुत लुभाते थे, बस ! लुभाते ही थे … पर भाभी के गोल गोल सुघड़ चूतड़ों को दबाने की इच्छा कभी नहीं हुई।

Tuesday, April 28, 2015

उसका बदन जैसे सितार के तार

उसका बदन जैसे सितार के तार

उस दिन जब हम बिग बाज़ार में थे तो अचानक मेरी पत्नी की नज़र एक सुंदर सी औरत पर पड़ी और उसने आवाज़ लगाई- रागिनी !सुन कर उस औरत ने पीछे मुड़ कर देखा और मेरी बीवी को देख कर जोर से चिल्लाई- हाय संगीता.. कितने दिनों के बाद मिली तू !
दोनों सहेलियाँ एक दूसरे से बात करती रही और मैं रागिनी को देख रहा था.. मैं तो अपनी पलक झपकाना ही भूल गया था.. इतनी खूबसूरत.. क्या फिगर है.. ऐसा लगा जैसे सब कुछ एकदम सांचे में तराश कर लगाया हो ! उसकी नोकदार चूचियाँ.. पतली कमर और उभरे हुए नितम्ब.. उफ़ एक तो मैं वैसे ही बहुत सेक्सी हूँ और ऐसे फिगर वाली सुंदर औरतें मेरी कमजोरी है।

आंटी की चुत का हुआ दीवाना

आंटी की चुत का हुआ दीवाना

मैं अपनी कॉलेज की पढ़ाई के लिये गांव से अपनी आण्टी रेशू के यहाँ शहर में आ गया था। अब तक मुझे सेक्स के बारे में जरा भी ज्ञान नहीं था, यहाँ तक कि मेरा कभी वीर्य पात तक नहीं हुआ था। पर हाँ, मेरे दोस्त लण्ड चूत की बात करते थे। कुछ चोदने या चुदाई की बातें भी किया करते थे। पर मैं अब तक उनका मतलब नहीं जानता था।मेरे शहर पहुँचते ही जैसे रेशू आण्टी खुश हो गई। उसकी नजरें मुझ पर पड़ गई थी और वो मेरे गठीले शरीर को बहुत ही चाव से निहारती थी। मैं एकदम से उन्हें समझ नहीं पाया… उनकी वासना भरी निगाहें तो मुझे प्यार भरी नजरें लगती थी। मैं तो गांव के और लोगों की भांति पैंट के अन्दर धारीदार कच्छा ही पहनता था। नहाता भी खुले आंगन में था। मेरी नूनी जिसे हम लण्ड कहते हैं, वो अनजाने में कभी कभी बस यूं ही खड़ी हो जाया करती थी, कभी नहाते समय तो कभी सवेरे सो कर उठते समय भी।

बड़ा खानदान पे बहुत सी सेक्सी भाबियाँ

बड़ा खानदान पे बहुत सी सेक्सी भाबियाँ 

हमारा खानदान बड़ा होने की वजह से मेरी करीब 14 भाभियाँ थी और तीन सेक्सी चाचियाँ भी थी। वैसे सभी एक नंबर की माल थी और मैं सभी को चोदने के तरीके ढूंढ रहा था लेकिन कोई हाथ नहीं आ रही थी। मैंने मेरी चाची को जैसे चोदा था (रात को साथ में सोने के बाद गर्म करके चोदने का तरीका) वही तरीका मुझे बेहद पसंद है लेकिन वो मौका मुझे इनके साथ मिल नहीं रहा था, अब नया तरीका सोच रहा था !
साल 2004 में मैं अमरावती में जॉब करता था लेकिन कोई भी ऐसा त्यौहार नहीं रहा कि मैं गाँव में नहीं जाता था।ऐसे ही मैं होली के त्यौहार के लिए गाँव गया हुआ था। रंगपंचमी की दिन सुबह उठा और मुँह-हाथ धोकर दोस्तों के साथ खेत में दारू पीने और रंग खेलने चले गया। दारू पीने के बाद धीरे धीरे नशा बढ़ने लगा और बातों बातों में दोस्तों ने चुदाई के किस्से सुनाने चालू किये जिससे मेरा लंड खड़ा होने लगा और मेरे दिमाग में चाची को चोदने की इच्छा हुई और वहाँ से उठ कर मैं वापस घर आ गया।

शादी नौकर की, सुहागरात मैंने मनाई

शादी नौकर की, सुहागरात मैंने मनाई

मेरा नाम जगजीत सिंह है। पंजाब के मालवा इलाके का जमींदार। जमीन बहुत है, बहुत से नौकर-चाकर खेतों में और हवेली में काम करते हैं। सेक्स करने के लिए एक से एक छोकरी, औरत हर समय तैयार मिलती है।
मेरा एक ख़ास नौकर है – राजा ! नौकर ही नहीं, एक तरह से वो मेरा राजदार है, सेक्स की हर एक बात मैं उससे करता हूँ। अनेक कुंवारी लड़कियों को उसने पटाया और मेरे नीचे लिटाया। उसकी बहन को मैंने नौ साल तक चोदा, तब जाकर उसकी शादी की।
पंजाब में आजकल शादी करने के लिए लड़कियों की बहुत कमी है। बिना जमीन वाले लड़के को लड़की मिलना बहुत मुश्किल है। एक जगह उसके रिश्ते की बात चली, लेकिन बात जमीन पर आकर अड़ गई। वो मेरा राजदार था तो मैंने उसके होने वाले सास ससुर को विश्वास दिलवाया कि राजा और उसके परिवार के रोज़गार की मैं गारंटी लेता हूँ। आप शादी के लिए हाँ कीजिये। लड़की वाले भी गरीब थे, इतने विश्वास दिलवाने से वो मान गए। शादी पक्की हो गई।
शादी वाले दिन मैं खुद अपनी स्कॉर्पियो में उसकी दुल्हन को लेकर आया। उसके ससुराल वाले बहुत खुश थे कि सरदार खुद अपनी गाड़ी में डोली ले कर गया है।

रात गयी बात गयी मेरे भाई

रात गयी बात गयी मेरे भाई 

मेरी एक डोर की बुआ के घर शादी थी, हमारे यहाँ शादिया दिन मे होती हैं. रात मे बस पार्टी और मस्ती करते हैं. हमारी फॅमिली बोहोट खुली है इसलिए पीने पिलाने का दौर बड़े आराम से चलता है. उस दिन भी शादी के बाद सब मस्ती मे थे. रात बोहोट हो जाने की वजह से करीब करीब सारे बुजुर्ग चले गये थे. अब हम सब तकरीबन एक उमरा के लोग ही थे. हम सब भाई बहें कम और फ्रेंड्स ज़्यादा हैं. मैं काफ़ी सालो बाद उनसे मिल रही थी.

अब तो मैं भारी पूरी जवान हो चुकी थी. सभी लोग ड्रिंक्स ले रहे थे, मैने भी एक बियर लिट ही हालाँकि मुझे पीना पसंद नही है पर सबका साथ देना था. वैसे भी मुझे बोहोट जल्दी चढ़ जाती है. मेरी बुआ की ननंद का बेटा जो की मुझसे करीब 10 साल बड़ा है, भी वहाँ था. वो मर्चेंट नेवी मे काम करते है. उनकी हाइट 5.10” थी और बोहोट गातीला बदन था. उन्होने मुझे करीब 6 साल बाद देखा था, मैने एक नूडल स्ट्रॅप टॉप पहना था स्कर्ट के साथ जो की मेरे बूब्स को पूरी तरह दिखा रहा था. वो काफ़ी देर से मुझे चोर नज़रो से देख रहे थे,

छोटे को किया बड़ा

छोटे को किया बड़ा 

मेरा नाम रत्ना है. मेरी ऐक दोस्त आंजी ने मुझे अपनी इन्सेस्ट की कहानी बताई की वो अपने भाई के साथ सेक्स करती हे. उस ने मुझे इतना उत्तेजित कर दिया की हर वक़्त अपने और अपने भाई रमेश के साथ ख़यालो मे सेक्स करने लगी. मेरा भाई मुझ से 2 बरस छोटा हे. बस हम 2 ही बेहन भाई हैं. जब रमेश सामने आता तो मेरी नज़र उस की पैंट पे रहती. में ने कई बार रात को उठ कर उसके रूम के अंदर विंडो से झाँका भी के शायद वो मुझे नंगा नज़र आ जाए मगर नहीं आया. एक दिन में किसी काम से सुबह-सुबह उस के रूम में गई. रूम में खूब दिन की रोशनी थी और वो बेख़बर सो रहा था. मैने ने ऐक ज़बरदस्त सीन देखा उस का पाजामा बिल्कुल ताना हुआ था जैसे टेंट ताना होता है. में खामोशी से धीरे धीरे उस के पास गई और हिम्मत कर के उस की ज़िप आहिस्ता-आहिस्ता खोल दी. वाह क्या चीज़ हे उस के पास.

बहन के साथ सेक्स का मज़ा

बहन के साथ सेक्स का मज़ा

मेरा नाम आदित्या है आंड स्टोरीस की लाइफ मे ये मेरा पहला कदम है. इससे पहले मेने बहुत स्टोरीस पढ़ी है लकिन कभी अपनी स्टोरी किसी के साथ शेर नही कर पाया. अक्सर मे सभी की स्टोरीस पढ़ता हू आंड फाइनली मेने डिसाइड किया की क्यू ना मे अपनी स्टोरी भी रीडर्स तक पहुचाहू, शायद रीडर्स पसंद आए. जैसे की मे पहले बता चक्का हू की मेरा नाम आदित्या है और मे देल्ही का रहने वाला हू. नोट मस्क्युलर बुत फिट बॉडी आंड 5 फीट 11 इंचस हाइट. मेरी फॅमिली मे मम्मी डॅडी आंड मेरी एक सिस्टर है.
 मदर हाउस वाइफ है आंड पापा का अपना रीटेल बिज़्नेस है, सिस्टर मुझसे दो साल छ्होटी है बुत वी बोत अरे स्टडीयिंग इन थे सेम कॉलेज.

सौतेला भाई के साथ जिस्माना ताल्लुकात

सौतेला भाई के साथ जिस्माना ताल्लुकात 

दोस्तो मैं आज जो वाकीया बता रहा हू वो मेरी सौतेले बहन का और मेरे संबंधो के बारे मे है. ये कहानी लिखने को मुझे मेरे बहन ने ही कहा है. तो पेश है ये कहानी मेरे बहन के ज़ुबानी.ही दोस्तो मेरा नाम ‘निकिता’ है पर घर मे मुझे सब ‘पिंकी’ बुलाते है क्यूंकी मेरा बदन गोरा और गुलाबी सा है. मेरा जन्म होने के बाद एक साल बाद ही मेरे पहीले पिता ने मेरी मा को और मुझे छोड़ दिया और किसी और के साथ घर बसलिया.तब मैं सिर्फ़ डेढ़ साल की थी. तभी मेरे मामा क दोस्त ने जिनकी बीवी लड़के को पैदा करते हुए मार गयी थी मेरे मा से शादी कर ली. वो लड़का यानी मेरा सौतेला भाई कुणाल है. और मैं और मा उनके साथ रहएने लगे. कुणाल भैया मुझसे 4 साल बड़ा था. पर उसने कभी मुझे सौतेला व्यवहार नही किया.जब भाई बड़ा हुआ तो पापा ने उसे पढ़ने के लिए मुंबई भेज दिया. तब वो 11 वी क्लास मे था और मैं 8 वी मे थी. मैं तब 13 साल की थी और भाई 17 साल का था. जब भाई उस साल छूतियो मे घर आया तो बड़ा ही खूबसूरत दिख रहा था, उसे मुंबई रास आ गयी थी. पर वो मुझसे आते ही गुस्सा हो गया क्यूंकी वो जाने के बाद मैने उसका कमरा ले लिया था. पर पापा बोले, ‘कुणाल जब तक तू यहा है तब तक पिंकी हमारे कमरे मे सो जाएगी.’ वो और मैं दोनो मान गये.

फुफेरी बहन और मेरी लुल्ली

फुफेरी बहन और मेरी लुल्ली

दोस्तो.. मैं राज मल्होत्रा आप सभी के सामने कमुकहनिया  पर अपना एक सच्चा सेक्स अनुभव लेकर आया हूँ और मैं उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को यह जरूर पसंद आएगी।
यह आज की कहानी मेरी नादानी के लालच से शुरू होती है.. जो जाकर मेरी जवानी की आग पर खत्म होती है। इस कहानी की शुरुआत मेरे लड़कपन से होती है।उस वक़्त मैं गर्मियों की छुट्टियों में मैं अपनी बुआ के घर गया था। मेरी बुआ के चार बच्चे हैं और उनमें से एक लड़का बाहर ही रहता है। उनका वो लड़का शादी-शुदा है और चंडीगढ़ में नौकरी करता है। एक लड़के की अभी शादी नहीं हुई है.. लेकिन वो अभी एक प्राइवेट नौकरी कर रहा है।मेरी बुआ की एक बड़ी लड़की पढ़ाई कर रही है और छोटी लड़की जिसका नाम सिम्मी है.. वो मुझसे उम्र में कुछ साल बड़ी है।उस वक़्त जब मैं गर्मियों की छुट्टियों में उनके घर गया था.. तब मेरी उम्र 18 साल की थी। जबकि मेरी फुफेरी बहन सिम्मी एक जवान माल थी और फाईनल साल में पढ़ रही थी।
उसका फिगर बहुत ही सेक्सी था। वो बहुत स्लिम थी.. लेकिन उसकी छातियाँ बिल्कुल गोल-गोल.. बहुत बड़ी.. टाईट और तनी हुई थीं। वो बहुत ही गोरी और सुंदर थी। वो मुझे बहुत प्यार भी करती थी और मेरे साथ हमेशा लूडो और कैरम खेलती थी।



Friday, April 24, 2015

प्यासा था वोह सावन

प्यासा था वोह सावन 

मेरा नाम शोभा है और मेरी उम्र 33 साल है.. लेकिन मैं अपने चहरे से लगती नहीं कि मेरी उम्र इतनी है. मैं बहुत खूबसूरत और सेक्सी औरत हूँ और मेरा बहुत अच्छा फिगर है. मेरे बूब्स बहुत बड़े बड़े है और जब भी मेरे पति को समय मिलता है.. वो हमेशा मुझे चोदते है और मेरे बूब्स से तो वो रोज़ ही खेलते है. जब भी मेरे पति घर पर रहते है.. तो मेरे बूब्स हमेशा व्यस्त रहते है. मेरे दो बच्चे है.. एक बेटी और एक बेटा, उनकी उम्र 6 और 12 साल है और हम पटना के रहने वाले है. एक दिन हमारे घर मेरे पति का भतीजा रहने आ गया.. वो हमारे घर अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए गावं से आया.. क्योंकि गावं के आस पास में कोई भी अच्छा कॉलेज नहीं था और था तो बहुत दूरी पर था. उसका नाम दीपक है वो करीब 20 साल का है.. लेकिन मेरे पास वो पहले भी रह चुका है. जब हम गावं में अपने घर पर रहते थे.. लेकिन तब दीपक बहुत छोटा था और उसकी उम्र लगभग 13-14 साल की थी और हमेशा वो मुझे घूरता रहता था. फिर जब मैं मेरी बेटी को दूध पिलाती तो उसकी नज़रे मेरे बूब्स से नहीं हटती थी.. उसने कई बार मेरे नंगे बदन को देखा है. हमारे घर में एक कमरा खाली है.. हमने उसे वहां पर रख लिया.

चेकअप भी सेक्सअप भी

चेकअप भी सेक्सअप  भी  

बात उन दिनों की है जब मैं अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद एक सीनियर डॉक्टर के क्लिनिक में काम करने लगा था…वहाँ उसने एक मस्त सी माल को भी लगा रखा था काम पर…
उन दिनों कॉलेज से निकलने के बाद मुझ पर जवानी के मजे लेने का ज्यादा ही जोश था और मैं हर लड़की को बस एक बार प्यार करने की ही सोचता था। क्लिनिक में काम करने वाली उस अप्सरा का नाम मालविका था और उसका कहर ढाता जिस्म किसी को भी दीवाना बनाने के लिए काफी था… वो बहुत ही खूबसूरत और छरहरे बदन की थी, उसका बदन 34-30-36 का तो होगा, उसके मम्मे बड़े ही नुकीले थे और उसकी हर चाल के कदम से उसकी हिलते हुए चूतड़ किसी के भी सोते लंड को खड़ा करने के लिए काफी थे।
मैं भी उस हसीं मालविका का दीवाना हो चला था.. मन ही मन मैं उसे सोच कर मुठ मारा करता था.. मैं उसे मन ही मन चोद भी चुका था।

लंड ने नापी चूत की गहराई

लंड ने नापी चूत की गहराई

पहले मैं अपना परिचय देता हूँ।मेरा नाम गौरव सैनी है।चार साल पहले की बात है।
मेरे बेस्ट फ्रेंड का नाम विकास सैनी है, जो इस वेबसाइट का बड़ा दीवाना है।
उसने मुझे प्रेरित किया स्टोरी लिखने के लिए।अब स्टोरी शुरू करते है।मेरे घर के पड़ोस में एक सोनिका नाम की लड़की रहती थी।वो मुझे से तीन साल बड़ी थी।वो उन दिनो मास्टर्स इन बिज़्नेस आड्मिनिस्ट्रेशन कर रही थी।
उन दिनो मैं बी सी ए कर रहा था।मुझे अकाउंट्स में समस्या थी,मैं शुरू से ही पढ़ने मे इंटेलिजेंट था।मैं उनके घर अक्सर आया-जाया करता था।इसलिए एक दिन मैंने उसको बोला कि मुझे अकाउंट सिखाये, तो वो मान गयी।
वो शाम को फ्री रहती थी तो मैं शाम में उसके घर गया।

सनम ये प्यार ही तो हे

सनम ये प्यार ही तो हे 

मेरा नाम अंकित है|मेरी उम्र बीस साल है और मैं सोनीपत का रहने वाला हूँ|
आज मेरे भी मन में आया कि अपने जीवन की कहानी भी आप सबके सामने रखूं|
हालाँकि इसमे कुछ खास बात नहीं है|शायद आप में से बहुतों को पसंद ना आए पर मैं अपने जीवन की सच्चाई बता रहा हूँ|मैं शुरू से ही थोड़े शर्मीले स्वभाव का रहा हूँ शायद इसीलिए अभी तक मैं सेक्स का मज़ा नहीं ले सका हूँ|पर ये बात नहीं थी कि मुझे मोका नहीं मिला, बस ये समझ लीजिए कि मेरी ज़िंदगी में कुछ ऐसा हुआ कि जिसके बाद मैंने कभी किसी के बारे में सोचा ही नहीं|मुझे आज भी याद है वो दिन जब मुझे मेरा पहला और आख़िरी प्यार मिला था|बात उस समय की है जब मैं ग्यारवीं कक्षा में पढ़ता था|
मुझे अपने बुआ के लड़के के साथ उसके एक दोस्त की शादी में जाना पड़ा|
शादी एक होटेल में थी|

राजा ने चूत मारी रानी की..

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Thursday, April 23, 2015

सेक्सी और जवान लड़की को शर्दी की रात में चोदा

सेक्सी और जवान लड़की को शर्दी की रात में चोदा

“ठंडी अभी ना पड़ेगी तो कब पड़ेगी…और तू रजाई सही लेता क्यूँ नहीं..मुझे सब पता हैं तू रात को देर से सिगारेट पिने के लिए ही बहार खुलें में सोता है. तुझे सर्दी लग जाएगी तो फिर ना कहेना….” दीदी बोलती गई और मैं एक कान से सुन के दुसरे से निकालता गया, अरे अब मैं 20 का हो चूका था और सिगारेट वाली बात उसकी सही थी लेकिन मेरे बहार सोने की वजह कुछ और थी. एक देसी लड़की भावना से मेरा सेटिंग हुआ था और आइडिया से आइडिया फ्री करवा के उसके साथ रोज रात को मैं देर तक बाते करता रहेता था. मुझे इस देसी लड़की की चूत लेनी थी मगर मौका नहीं मिल रहा था क्यूंकि इसका भाई को पता चल गया था और वह उस पर नजर रख्खे हुए था. मैं इस देसी लड़की के साथ फोन पर ही सेक्स कर के मुठ मार लेता था और वो फोन सेक्स करवा मुझे आनंदित कर देती थी. लेकिन आज कुछ और ही हुआ, आज भावना से बात करते करते मुझे एक और देसी लड़की गायत्री की चुदाई का मौका मिल गया. गायत्री दीदी की पड़ोसन थी और उसका फिगर होगा कुछ 34-30-36. वैसे वह मुझ से ज्यादा बात नहीं करती थी लेकिन आज मैंने उसे रात के दो बजे घर के बहार देंखा.

ड्राइविंग सिकने गया चुदाई सीखके आई

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पढ़ने नहीं चूत चुदाने आई

पढ़ने नहीं चूत चुदाने आई 

दोस्तों आज मै, पहली बार यहाँ पर लिख रही हु और थोड़ी सी परेशान हु; कि आप से ये बात करू के नहीं; काफी पुरानी बात है, जो मेरे सीने मे दफ़न हो चुकी है और मै उसे अपनी एक भूल समझकर भूल चुकी हु | तब मै एक स्कूल मे पढ़ाती थी और मेरी क्लास मे काफी बड़े-बड़े लड़के थे | मेरी क्लास मे सब बदमाश लड़के थे और तब मेरी उम्र भी कोई ३५ साल की होगी | मै अपने कॉलेज के दिनों से ही पटाखा माल थी और कॉलेज मे मेरे काफी दीवाने थे | लेकिन, मेरी शादी के बाद मेरी जिन्दगी ने ऐसे करवट ली, कि मैने जिन्दगी के सारे रंगों को भुला दिया | मेरी शादी के कुछ ही दिनों बाद मेरे पति गुज़र गये और मै अकेले हो गयी | मेरे जेठ जी मेरी खूबसूरती पर मेरी शादी के बाद से फ़िदा थे और उनके जाने के बाद तो मुझे भूखे शेरो की तरफ घूरते थे, हर समय मेरे जिस्म से खेलने की फिराक मे रहते थे | मैने ये सब उनकी पत्नी को बता दिया और अपने लिए दुसरे शहर मे नौकरी ढूंढ़ ली |मुझे के स्कूल मे टीचर की नौकरी मिल गयी और मैने उस शहर मे शिफ्ट कर लिया |

आदत से मजबूर था,हर पल याद आये बुर का


आदत से मजबूर था,हर पल याद आये बुर का 

वैसे तो मैं और मेरी चाची ज्यादा बात नहीं करते. एक बार जब मेरे माँ डैड कुछ समय के लिए पापा के साथ किसी काम से बाहर गये थे. तो मुझे मेरी चाची के घर रुकना पड़ा. मेरी चाची है तो बड़ी सेक्सी, उनके बड़े-बड़े बूब्स देखकर मेरा सेक्स करने को मन हो जाता है. वो हमेशा बड़ी नैक वाली लूज स्लीव का ब्लाउज पहनती है. जिससे मुझे बार-बार उनके बूब्स दिख जाते है.उनकी गांड भी बहुत बड़ी है. मैं हमेशा से ही उनको चोदना चाहता था और मेरे पास उनकी एक फोटो थी, जो मैंने नहाते टाइम ली थी. उसमे वो पूरी नंगी थी और मैं उसे हमेशा देखा रहता और मुठ मारता.एकबार घर पर कोई नहीं था. बस हम दोनों और उनकी २ साल की बेटी थी. जब तो किचन में थी. तो मैंने उनसे कहा.मैं – चाची, मेरे लिए खाना ले आओ.चाची – अभी ले, थोड़ी देर में.
मैं बहुत देर तक वेट करता रहा. फिर मैं बाहर गया, तो मुझे अहहः आहाहा जैसे कुछ आवाज़ आई. तो मैंने देखा, कि वो बाथरूम में बैठी थी और डोर बंद था. मैंने कीहोल से देखा, कि वो अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी.
मैं वहां से अपने रूम में वापस चले आया.

बिधवा को फिर सुहागन बनादिया

बिधवा को फिर सुहागन बनादिया 

अपनी एक सच्ची घटना पेश करने जा रहा हु. जोकि मेरी दीदी की जेठानी, जो कि एक विडो है उसके साथ हुई. तो दोस्तों, बात उस वक्त की है, जब मैं १२थ में था. मेरी दादी की डेथ हो गयी थी, तो मैं घर आया हुआ था. घर में बहुत ही सेड सा माहौल था. कुछ रितुँल्स थे जो कि माँ और पापा को मना रहे थे और मुझे मनाने से मना कर दिया. क्युकि वो घर में सबके लिए मुश्किल वक्त होता है.
मम्मी और पापा अलग पका के खाते थे विथआउट अनियन एंड गार्लिक. मेरे खाने का इंतजाम कर देने के लिए दीदी की जेठानी को गाँव से बुला लिया था. अरे, बातों-बातो में मैं तो उनका फिगर बताना ही भूल गया. उनका नाम अंजू है (नाम चेंज्ड) बड़ी सेक्सी फिगर है उनका. ३४-३०-३२, जोकि मुझे बाद में पता चला. हलाकि की वो हमेशा साड़ी पहनी रहती थी, पर यारो बड़ी कट्टो पीस थी. जो भी देख ले, उसका लंड खड़ा हो जाये.


Wednesday, April 22, 2015

नंगी बहन की प्यारी चूत

नंगी बहन की प्यारी चूत 

मेरा नाम राकेश है, मैं दिल्ली में रहता हूँ। मैं पहली बार अपनी कहानी आप लोगों के सामने ला रहा हूँ।
मैंने भी सोचा कि आप लोगों को सब कुछ बता दूँ जो मेरे और मेरी सगी बहन के बीच में हुआ। मुझे अपनी इस कहानी को बताते हुए थोड़ी शर्म भी आ रही है।तो लीजिए मैं अपनी कहानी शुरू करता हूँ।
मेरे घर में मैं, मेरी बहन, मेरे मम्मी और डैडी चार लोग रहते हैं। मेरे मम्मी और डैडी दोनों सुबह काम पर चले जाते हैं और मैं और मेरी बहन कॉलेज। मैं बी ए फर्स्ट ईयर में हूँ और मेरी बहन बारहवीं क्लास में पढ़ती है। मेरी बहन का नाम पूजा है. वो 18 साल की है. उसका कद 5 फुट 1 इंच है, वो एकदम दूध की तरह गोरी और बहुत चिकनी है।मेरा रंग भी गोरा चिट्टा है, मेजा कद 5 फुट 5 इंच है और मेरा लंड 6 इंच का है।जैसा कि हर कहानी में होता है, मेरा भी अपनी बहन के बारे में कोई बुरा ख़याल नहीं था पर एक दिन जैसे मेरी दुनिया ही बदल गई।

Tuesday, April 21, 2015

रात बिस्तर मे चूत से अपने जेठ के खड़े लंड


 रात बिस्तर मे चूत से अपने जेठ के खड़े लंड

साथ ही साथ रीमा ने ये भी सोच लिया कि आज रात बिस्तर मे वो दोनो से इस शंतु के बारे मे ज़रूर पुछेगि..शायद दोनो मे से कोई उसके बारे मे कुच्छ जानता हो.रीमा ने रवि की पूरी डाइयरी छान मारी थी,पर कही भी शंतु का नाम नही था सिवाय उस आखरी पन्ने के इस कारण रीमा को ये पता नही था कि ये शंतु रवि का कोई दोस्त,रिश्तेदार या फिर कोई ऐसे ही जान-पहचान वाला था...लेकिन उसे इतना यकीन क्यू था कि शंतु से उसे रवि की मौत के बारे मे कुच्छ अहम बात पता चल सकती है?...ऐसा भी तो हो सकता है कि दोनो ने किसी अफीशियल काम के बारे मे 1 दूसरे से बात की हो..ये बस 1 इत्तेफ़ाक़ हो कि शंतु की कॉल आखरी कॉल थी रवि के मोबाइल पे...हो सकता है जैसा वीरेंद्र जी & शेखर मानते थे,सच मे रवि की मौत 1 आक्सिडेंट थी & वो खमखा अपने मन मे शक़ लिए बैठी थी.

दो लंडों का मज़ा लेने का मूड है

दो लंडों का मज़ा लेने का मूड है

मोटे लण्ड वाले। इन सबकी ही मेहरबानी थी कि अब मेरी नजर हमेशा मोटे लण्ड की तलाश में रहती थी। अगर गलती से किसी पतले लण्ड वाले पर नजर चली भी जाती तो वो नामर्द लगता था मुझे।
यह कहानी तब की है जब मैं अपने मायके जोधपुर गई हुई थी। मेरा जीजा और उसके मामा का लड़का विक्की भी उस दिन जोधपुर में आये हुए थे। मुझे जोधपुर जाने से पहले उनके आने का पता नहीं था।
जोधपुर पहुँच कर जैसे ही अपने घर पहुँची तो दरवाजे पर ही जीजा के दर्शन हो गए। जीजा को देखते ही मेरी तो बांछें खिल उठी थी। जीजा का हाल भी कुछ कुछ ऐसा ही था।
तभी मेरी माँ आ गई और मैं उसके साथ अंदर चली गई। अंदर अपनी माँ से बात करने पर पता लगा कि जीजा के मामा के लड़के का जोधपुर में इंटरव्यू है और वो तीन दिन यहाँ रुकेंगे।

पहली बार सेक्स कैसे हुआ

पहली बार सेक्स कैसे हुआ

आज, मैं मैं एक लंबे समय में नहीं देखा है कि एक व्यक्ति से अपने सेलफोन पर एक कॉल किया था! आदमी 1.90M है (6,3) बहुत ही सेक्सी, लंबा सुंदर, बुद्धिमान, अच्छी तरह से बात की है, और सब कुछ खत्म! उसके चेहरे में और अपने डिक पर गंदा खेल मोज़े मिल प्यार करता है! और उसकी छाती पर खड़ा करने के लिए उसे और भी अधिक पर दिया बनाता है! मुद्रांकन का एक सा भी संभव हो गया था, लेकिन यह अधिक नहीं! वह सिर्फ ज्यादा बलात्कार के लिए किया जाएगा! और मैं कभी कभी अपनी ताकत पता नहीं! मैं पिछले साल एक दोस्त के साथ कुश्ती था जब मुझे याद है, मैं दूर ले गए और उसे एक खून बह नाक दिया गया!



टांग फैलाकर अपना कमल दिखाया भाबी ने

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आर यु रेडी

आर यु रेडी 

ये स्टोरी लास्ट मंथ मेरे बर्थडे के बाद की है. मैं अपने बर्थडे से कुछ दिन पहले ही हैदराबाद से जमशेदपुर वापस आया था. फिर सब कुछ अच्छा ही चल रहा था. जब मैं वहां से आया, तो हमारे बगल वाले फ्लेट में कोई नई फॅमिली आई हुई थी. उस फॅमिली में हसबैंड (जो दुबई में है), वाइफ और २ बेटिया है. दोनों बेटिया छोटी है और जो भाभी है, वो अकेले रहने की वजह से हमेशा गुस्से में रहती थी. किसी से बात भी नहीं करती थी. जब मैं वहां से आया, तो मैंने उन्हें देखा. दिखने में ठीक-ठाक ही थी. गोरी, स्लिम, छोटे-छोटे बूब्स, राउंड एस… मेरा तो बाबु (लंड) खड़ा हो जाता था. जब कभी उनको देखता था, हमेशा सोचता था कि वो अकेली रहती है.. काश मेरे से पट जाए, तो मज़ा ही आ जाए.

चुदिया सोसाइटी

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खेत मे चूत मिला जोतने के लिए

खेत मे चूत मिला जोतने के लिए  

दिवाली के दिन थे और गाँव में मेला लगा हुआ था. मेरे लिए यह बड़ा सही मौका था मेरी शादीसुदा गर्लफ्रेंड मीना भाभी को चोदने का. मीना को चोदना मुझे बहुत अच्छा लगता था और मीना थी ही ऐसी की उसे देख कर चोदन का मन हो जाता था. मीना हमारे पडोसी रामलाल की बहु थी और उसका पति सोनू एक नंबर का चरसी और जुआरी था. मीना जब से यहाँ शादी कर के आई थी उसने शायद दुःख ही देखा था, लेकिन उसका टाका मेरे से भीड़ गया था और हम दोनों के नसीब की चुदाई हम लोगो को मिल रही थी. मैंने सुबह ही जब मीना भाभी हगने के लिए खेत में गई थी तो उसे मंजू के हाथ लेटर भेज के शाम को खेतों पार आये मेले में मिलने के लिए राजी कर लिया था. मंजू जवाब ले के आई थी की मीना भाभी आएंगी लेकिन मुझे उसने वही पिली शर्ट डाल के आने को बोला था जिसे पहन के मैं पहली बार उसके सामने आया था.

Monday, April 20, 2015

मेरी मोटी गर्लफ्रेंड...

मेरी मोटी गर्लफ्रेंड...  

मेरी एक गर्ल फ्रेंड है, जो देखने में सुन्दर, मोटी (Fluffy), हँसी मजाकिया, गोरी, बड़े बड़े थनों (बूब्स) वाली और उसकी बेक (कुल्हे) भी बड़े मस्त हैं! हम दोनों एक दुसरे के कांटेक्ट में 1 साल से हैं और एक दुसरे का भोग (शरिरिक प्यास) भी करते हैं! जबकि मैं शरीर से फिट हूँ! लेकिन मेरी वो गर्लफ्रेंड मोटी है। हम दोनों के बीच अब ऐसा कुछ नहीं बचा है जो हम दोनों ने एक दुसरे के साथ ना किया हो! हम वो सब काम कर चुके हैं जो एक बॉय फ्रेंड अपनी गर्ल फ्रेंड से, एक पति अपनी पत्नी से करता है! कभी कभी हम दोनों 2-2 महीने तक एक दुसरे से भी नहीं मिलते तो भी, हम दोनों को एक दुसरे तो से कोई गिला शिकवा नहीं है! क्यूंकि हम दोनों एक दुसरे को समझते हैं! हम दोनों एक दुसरे से कोई उम्मीद भी नहीं रखते, शायद यही नहीं कारण है कि, आज भी हम दोनों एक बहुत अच्छे दोस्त हैं!

भाभी के साथ प्यार की कहानी

भाभी के साथ प्यार की कहानी 

वो पड़ोस में रहती थी और उनकी अभी-अभी शादी हुई थी. शादी बहुत लेट हुई थी. शायद, पढने में कई साल गवा दिए थे. हम सब उनसे छोटे थे और उन्हें भाभी-भाभी कहके बुलाते थे. भाभी के साथ बात करना, भाभी के हाथ का बना खाना खाना, हम सभी को बहुत अच्छा लगता था. भाभी का प्यार पा कर हम सभी बहुत खुश थे. पर भाभी के मन में जैसे कुछ और ही चल रहा था. भाभी की एक सहेली - निशा उनके घर अकसर आया करती थी. निशा , वैसे तो उम्र में भाभी से छोटी थी, पर भाभी से हर बात “शेयर” करती थी. मेरा निशा से बहुत साल तक "affair" चला और उस दोरान, हमारा कई बार शारीरिक सम्बन्ध भी हुआ.

क्या खुबसूरत लगती हे मेरी भाबी

क्या खुबसूरत लगती हे मेरी भाबी 

मेरा नाम विकास है एक 20 साल का मोरे तन अवग लड़का जिसकी जिम फिट बॉडी है मैं देल्ही का रहाँे वाला हूँ और देल्ही मे हमारे घर के सामने एक भाभी रहती है, उनका हुमारे घर मे आना जानना है और उनके हज़्बेंड बूससिनएस्स मन है ओर एक्सर बाहर रहते है और उनकी शादी को अभी 3 साल हुए है ओर भाभी जिनका नाम अंजू है अभी भी 18 साल की ज्वान लड़की लगती है और उनका फिगर किसी आप्सरा से कम नही है दूध सा गोरा रंग और मोटे मोटे बूब्स और एक रौंद शेप वाली गांद क्या मस्त चीज़ है, उनका एक बीता है जो अभी 2साल का है और मैं एक्सर उसे खिलाने घर जाता था, एक दिन मेरे अंकल की डेत हो गयी तो मम्मी और पापा को वाहा जाना पड़ा ओर मैं 5 दिन के लिए घर मे एकेला था तो मेरी मम्मी ने भाभी को ध्यान रखने को कहा ओर खाने का भी कह दिया, वीकेंड्स चल रहे थे मेरे तो मैं घर ही रहता था भाभी की गांद याद करके मूठ मरता रहते और 2दिन यू ही निकाल गये.

पार्टी मे दिखाई महेक ने जलवा



पार्टी मे दिखाई महेक ने जलवा

आज मैं तुम्हे एक इन्सिडेंट के बड़े मे बतावुँगी जिसस से मैं काफ़ी डिस्टर्ब्ड हू. मैं नही जानती थी की मेरी वजह से महेक इतना गिर जाएगी….मैं तुम्हे सब डीटेल मे बताती हू.हुमे एक नया को-ओर्डीनटोर मिल गया था. उसका नाम था समीर लेकिन सब उसे सम कह कर पुकार ते थे. सम के आ जाने से अब सचिन ने उसेस टेंपोररी जॉब को चोद दिया और एजेन्सी ने उसके लिए एक फेरवाले पार्टी न्यू एअर थी.
पार्टी से एक दिन पहले मैं एजेन्सी मे एक फोटोशूट करके घर जा रही थी जब मैं रिया से मिली. मुझे लगा की वो फिरसे कुछ बकवास करेगी ईसीए मैं जाने लगी. रिया ने मुझे पुकारते हुए कहा की मैं आपना अफेर उसेस प्लेबाय सचिन के सात जीतने दिन चाहे एंजाय कर लू क्युंकी वो मुझे भी एक दिन डंप कर देगा. मैं उसे इग्नोर करके चली गयी.

Saturday, April 18, 2015

पडोसी के सेक्सी भाबी की प्यासी बुर

पडोसी के सेक्सी भाबी की प्यासी बुर

बात 1996 की है, जब हम अपने घर में नये-नये शिफ्ट हुए थे! हमारे घर के बगल में एक पति-पत्नि रहते थे! उनका एक 2 साल का एक लड़का भी था! हम लोगो के शिफ्ट हॊने के बाद, उनसे मेलजोल बढ़ा! हमने उन्हें भैया भाभी कहना शुरू किया क्यूंकि, 3 साल पहले ही उनकी शादी हुई थी! भैया 32 और पड़ोसन भाभी करीब 24-25 साल की रही होगी! भाई साहेब सुबह अपने काम पर चले जाते और भाभी घर पर ही अपने लड़के की परवरिश करती! भाभी देखने में अति सुन्दर थी! उनका गोरा गोरा रंग, गोरा फेस, गोरा सा बदन, पतली चिकनी कमर, उठे हुए स्तन, पीछे निकले हुए कुल्हे (hips), मदमस्त करने वाली बड़ी-बड़ी आँखे किसी को भी उनका दीवाना बना सकती थी! मैं उस समय 25 साल का था!

कमर दर्द का अचूक दावा

                                                                                    कमर दर्द का अचूक दावा


सुबह उठा तो पाया कि कमर में काफी दर्द है. पर करता क्या, उस दिन जाना जो था डेंटिस्ट से अपॉइंटमेंट जो ली हुई थी. जैसे-तैसे, अपनी कमर के दर्द को भुला कर, मैं डेंटिस्ट के पास जाने के लिए तैयार हुआ. दर्द कम करने के लिये, मैंने एक दवा भी ले ली. यह मेरी डेंटिस्ट के साथ पहली मुलाकात थी. डेंटिस्ट के क्लिनिक पर पहुच कर मैंने बठने के लिए एक आरामदायक जगह चुनी, जहाँ पर मैं अपनी कमर को रेस्ट दे सकूं. क्लिनिक पर ज़यादा भीड़ नहीं थी. मेरा नंबर जल्द ही आ गया. रिसेप्शन पर बेठी लड़की ने मेरा नाम ले कर बुलाया, और कहा कि मैडम मुझे अन्दर बुला रही है. "मैडम" - यह शब्द सुन के मैं थोडा हैरान हुआ. क्यूंकि, यह अपॉइंटमेंट मेरे दोस्त ने फिक्स की थी, इसलिए मैं यह नहीं जनता था की डेंटिस्ट एक औरत है. ख़ैर, मैं अपनी कमर पकड़ कर, किसी तरह दरवाज़े तक पंहुचा, और पहुँच कर बोला - "मैडम, may I come in"?

एक माल जो क़यामत थी...

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मैंने नहीं मुझे भाबी ने चोदा

मैंने नहीं मुझे भाबी ने चोदा  

मै दीपेश २४ साल का मुम्बैई मे रहता हूं। मेरी हाईट ५.६” गोर रंग और सबसे महत्त्वपूर्ण कि मेरा लंड ८” का है जिसे सारी लड़कियां, भाभियां और आंटियां पसन्द करती हैं।मेरी भाभी दीपा, जो एक सुन्दर सेक्सी लेडी हैं, की उमर २७ साल है। उनके बड़े बड़े स्तन और मोटे चूतड़ जो चलते समय इधर उधर झूलते हैं, मुझे हर वक्त बेचैन किये रहते हैं।मेरा भाई २८ साल का है और ८ महीने पहले उसकी शादी दीपा से हुई है। वो एक बड़ी मल्टी नैशनल कम्पनी में सोफ़्टवेयर इंजीनीयर है। उसे अक्सर कम्पनी के काम से विदेश जाना पड़ता है। मै भी एक बी पी ओ में काम करता हूं और भैया भाभी के साथ रहता हूं। शुरू के महीनों में भैया भाभी ने अपनी मैरिड लाइफ़ को अच्छा एन्जोय किया। फ़िर भाभी भैया के लम्बे समय के विदेश के टूर से परेशान हो जाया करती। भैया चार महीने के लिये फ़िर गये तो मैं और भाभी दोनो ही घर मैं अकेले थे, भाभी एकदम उदास नज़र आती थी।

जीजाजी, पहली बार दर्द बहुत होगा, धीरे करना

जीजाजी, पहली बार दर्द बहुत होगा, धीरे करना

मेरी साली ग्रेजूएशन करने की जिद कर रही थी, मेरा ससुराल गाँव में है और वहाँ कोई कॉलेज नहीं है। मेरी मैडम बोली- आप यहाँ हमारे पास रख कर करा दीजिये, मेरा भी काम बांट लेगी तो मुझे आराम मिल जायेगा।
तो मैंने कहा- ठीक है, बुला लो, अलग कमरे में रहने का पूरा इन्तजाम कर देना।
मैडम बोली- ठीक है। वो हमारे साथ रह कर कॉलेज में पढ़ने लगी। साली जी देर रात तक पढ़ती, सुबह आराम से उठती। यह देख मैडम परेशान होकर बोली- कल से हमारे साथ सोना, साथ जागना, घर का कुछ तो काम कर लिया करो। "ठीक है दीदी !" रात खाना खाने के बाद मैडम फ्रेश होकर नाईटसूट में बेडरूम में आ गई तो मेरी साली बोली- मैं भी चेन्ज करके आती हूँ। उसके जाते ही मैंने मैडम से कहा- फटाफट से एक किस दे दो।
मेरी बीवी बोली- आपकी साली सो जाय तब हमसे चिपक लेना ! "ठीक है मेरी जान, जैसी मर्जी आपकी !
इतने में साली साहिबा फैंसी मैक्सी पहन परफ्यूम लगा कर बेडरूम में आई। उसकी खूबसूरती देख मेरी सांसें कुछ पल थम गई।


दीदी के साथ सेक्स चाटिंग

दीदी के साथ सेक्स चाटिंग 

दीदी ने लैपटॉप ऑफ किया और मम्मी के पास जाके बातें करने लगी मैं धीरे से अलमारी के पीछे से निकला और कैमरा उठाया और उसे चेक करने लगा की क्या 2 रिकॉर्ड हुआ है कैमरा ओन किया तो मेरी ठुक गयी उसमे बैटरी लो का साइन आ रहा था मैंने उसे चार्जिंग पे लगाया और विडियो क्लिप देखि वो 57 mins की थी मैंने सोचा ये क्या हुआ इतनी छोटी क्लिप केसे हो गयी क्योंकि कैमरा तो बहुत पहले ही एडजस्ट कर दिया था मैंने उस क्लिप को प्ले करके देखा एंड के 27 मीन्स की क्लिप में काम का बस ये रिकॉर्ड हुआ था दीदी आयी लैपटॉप ओन किया स्क्रीन पे फ्लाइंग किस्स किया बस यहाँ तक रिकॉर्ड हुआ था फिर कैमरा ऑफ हो गया था मुझे फिर इतना गुस्सा आया की मैंने बैटरी क्यू नहीं चेक की पहले फिर मैंने उस क्लिप को लैपटॉप मे डाला और जब दीदी पासवर्ड डाल रही थी तब zoom करके क्लिप को बार 2 pause कर कर के देखा और मुझे मजा आ गया क्योंकि मुझे दीदी का पासवर्ड मिल चूका था उनका पासवर्ड था " I love you janu " अब मैंने browsing हिस्ट्री चेक की पहले दीदी ने gmail खोला था तो मैंने दीदी की ID डाली और पासवर्ड बॉक्स में I love you janu डाला और उनका अकाउंट ओपन हो गया मैं खुद पर बहुत फक्र महसूस कर रहा था अब मैंने उनकी chats चेक की दीदी की और उनके bf से ये chats थी :-


चचेरी बहन के साथ चूत चुदाई का खेल

चचेरी बहन के साथ चूत चुदाई का खेल 

मैं पहली बार अपना एक्सपेरियंस शेयर करने जा रहा हूँ। ये बिल्कुल ही सच्ची कहानी है मेरी चचेरी बहन गांव से अपनी पढ़ाई के लिए हम लोगो के पास शहर मे आई थी। उस समय वो इंटर मे दाख़िले के लिये आई थी और मैं ग्रेजुएशन मे था। हम लोग शुरू से शहर में रहते थे। मेरे पिताजी सरकारी नौकरी मे थे। मैं घर मे सबसे छोटा हूँ। मेरी बहन मुझसे छोटी थी क़रीब 5 साल की थी। शुरू मे तो ऐसा कोई ख़्याल नही आया, मगर धीरे धीरे मन सेक्स की तरफ़ होने लगा। हम लोगो का कमरा छोटा था और हमलोग सब एक ही बेड पर सोते थे। मैं अक्सर अपनी बहन के बगल मे सोया करता था। रात मे सोते समय मेरे हाथ उसके पेट को छूते थे। मुझे तो आकर्षण महसूस होता था मगर उसके बारे मे मुझे कुछ पता नही चल पाता था।



पुष्पा भाभी की चूत बहुत ही गरम थी

पुष्पा भाभी  की चूत बहुत ही गरम थी

मैं बाथरूम में जाके फ्रेश होके पयज़ामा पहन के बाहर आया. बाद में मैं कहने लगा कि कंप्यूटर चालू है उसे बंद कर दो अब इतनी देर क्यों चालू रखा है, भाभी कहने लगी कि मुझे उस पर अभी काम है. मैंने कहा कि क्या काम है, उसने कहा कि मैं रोज़ रात को ब्लू फिल्म देखती हूं और भाभी मुझे से कहने लगी कि क्या तुम्हें पसंद है ब्लू फिल्म. मैंने कहा नहीं मुझे बिल्कुल नहीं पसंद है ब्लू फिल्म. मैं नींद का बहाना कर के कहा मुझे नींद आने लगी है मुझे सोना है. तुम देखो. भाभी मुझे सोने का बेड दिखाया और कहा यहां सो जाओ और मैं बेड पर लेट गया.

देसी लड़की की चुदाई

 देसी लड़की की चुदाई

पंडित & शीला

पंडित: शीला...आँखें बाद करके बोलो..स्वाहा..शीला: स्वाहा..
पंडित: शीला....तुम्हारी धुन्नी कितनी मीठी और गहरी है..............क्या
तुम्हें यह वाला आससन अच्छा लग रहा है..
शीला: हान्न...पंडितजी....यह आस्सन बहुत अच्छा है....बहुत अच्छाअ...
पंडित: क्या किसी ने तुम्हारी धुन्नी में जीभ डाली है....
शीला: आहह....नहीं पंडितजी...आप पहले हैं...
पंडित: अब तुम मेरे कंधों पे रह के ही पीछे की तरफ लेट जाओ.....हाथों से
ज़मीन का सहारा ले लो...शीला पंडित के कंधों का सहारा लेकर लेट गयी......

Thursday, April 16, 2015

गोरी परदेसी की चुदाई देसी स्टाइल में

गोरी परदेसी की चुदाई देसी स्टाइल में

हेलो फ्रेंड, मेरा नाम राकेश है और मैं नॉएडा में रहता हु. आज आपको अपनी एक सच्ची स्टोरी सुनाना चाहता हु.

ये कहानी आज से दो साल पहले ही है. ऐसे ही इन्टरनेट से मेरी एक दोस्त बनी फिलिपीन्स की. उसका नाम शेली था. हम दोनों रोज़ नेट पर बातें किया करते थे. कभी-कभी तो विडियो चैट भी करते थे. ऐसे ही बात करते-करते एक दिन सेक्स पर बात होने लगी. तो मैने मजाक में पूछ लिया, क्या तुम वर्जिन हो. वो हँसने लगी और कहा – कि वो २२ साल की है और यहाँ कोई वर्जिन नहीं रह सकता इतने साल की उम्र तक. तो मैने मैने उससे पूछा – तुमने अपनी वर्जिनिटी कब लूज की थी. उसने कहा, की वो जब १८ साल की थी. बस ऐसे ही बातें चलती रही और वो विडियो चैट पर थी. उसने कहा, कि मेरा लंड देखना है और मैने कहा – ठीक है और पहले अपने बूब्स दिखाने पड़ेंगे. तो वो झट से मान गयी ओत अपने टॉप उतार दी. उसने अन्दर कुछ भी नहीं पहना हुआ था और उसके दूध मानो जैसे गुलाब से गुलाबी देखते ही मुह में पानी आ गया. मैने कहा – “तुम तो बड़ी सेक्सी हो”. तो उसने मचलते हुए अपने दूध छिपा लिए और मेरा लंड देखने की जिद करने लगी.

हॉस्पिटल मे मनाया चूत चुदाई का जश्न

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लंड के बिना दिल है के मानता नहीं

लंड के बिना दिल है के मानता नहीं

विनोद का यों बार-बार बाहर जाना कभी बोम्बे, कभी देहली तो कभी विदेश, महीने में 10 से 15 दिन दिन का टूअर होता है जो मुझे परेशान रखता है। चाहे मुखमैथुन ही सही, पर उनका सुंदर लिंग देखने को तो मिल जाता है न ! और फिर अन्तर्वासना और चैटिंग पर सेक्स की बात करके मेरा क्या हाल होता होगा,

अगर लिंग न मिले चूसने को और खाने को? नीचे चूत कैसे फड़कती है, बिना लिंग के चूत? यह मुझसे बेहतर कोई नहीं जान सकता है !कहानी की शुरुआत होती है बहुत भावुक माहौल से ! एक बार ये जयपुर गए थे और रास्ते में बस-दुर्घटना हो गई। यह खबर देने के लिए इनका दोस्त सुनील आया, मैं नहा रही थी, बाथरूम मैं थी,

"भाभी ! भाभी !" आवाज दी उसने- आप कहाँ हैं?मैंने कहा- मैं बाथरूम मैं हूँ !उसकी आवाज मैं बहुत खौफ और दर्द था, वो रुआंसा हो रहा था।मैंने कहा- क्या हुआ सुनील जी?