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Wednesday, August 15, 2012

मेरी दीदी ही मेरी दुश्मन


ये कहानी 2 साल पहले की है जब मेरी उम्र १८ साल की थी.मैं बिलकुल सीधी सादी किसी सेक्स के लफडे में नहीं पड़ी थी. मैं अपनी पढाई में ही ध्यान लगाती थी. और कभी भी फालूत बात मेरे दिमाग में नहीं आती थी.

मेरे पापा मम्मी फोरहन घूमने गए हुए थे . और मैं घर पे अकेली न रहूँ इसलिए मेरी बड़ी बहन और जीजू हमारे घर पर रहने के लिए आ गए थे. मैं कभी भी जीजू के बारे में गलत नहीं सोचती थी. लेकिन मुझे नहीं मालूम था की मेरी दीदी ही मेरी दुश्मन थी.




पहली रात को मुझे अपने कमरे में दीदी की आह ऊह जैसी आवाज़ साफ सुने दे रही थी . मुझे बड़ा अजीब सा लगा . मैं समझी दीदी को शायद कहीं दर्द हो रहा है.मैं दीदी के कमरे की तरफ गई तो देखा दरवाजा खुला हुआ था. दीदी दरवाज़ा खुला रख कर सो रही थी.सोचा दीदी को कोई दवाई की जरुरत होगी तो दे दूंगी. लेकिन अन्दर कमरे मे तो मुझे कुछ और ही दिखाई दिया .दीदी और जीजू एक दम नंगे थे.और जीजू का लंड दीदी के मुह मे था .मुझे नहीं मालूम था की अन्दर क्या हो रहा है.न ही मैंने आज तक कभी इस बारे में सोचा था. जैसे ही मैं दरवाजे के पास पहुची मुझे दीदी और जीजू की आवाजें सुनाई देने लगी .मैं दरवाज़े के बाहर ही रुक गई. अन्दर से बड़ी गन्दी गन्दी आवाजे आ रही थी.

जीजू बोल रहे थे भोस्डिकी मेरा लंड पूरा मुह में लेकर चूस, क्या जरा सा लंड का सुपाडा मुह में ले रखा है.
दीदी बोली ले तो रही हूँ . मैं क्या करू तुम्हारा लंड है भी तो कितना मोटा और लम्बा .
जीजू बोले तो फिर अन्नू ( मेरा नाम है ) को बुला ले वो चूस लेगी मेरा लंड .दीदी बोली अन्नू को पहले मैं तैयार कर लूँ फिर चोद लेना . अभी तो यहाँ १४ दिन रहना है. इस बार तुमसे अन्नू को जरुर चुदवा दूंगी पक्का वादा. लेकिन आज तो मुझे जी भर के चोद दो . मेरी चुत को फाड़ के भोसडा बना दो.
दीदी की बातें सुन कर मुझे बड़ा डर लगाने लगा . मैंने तो कभी सपने मैं भी नहीं सोचा था ये क्या हो रहा है. ये पहला मौका था जब मैं किसी को नंगा देख रही थी. वहां खड़े रहने में डर भी लग रहा था और कुछ उत्सुकता भी थी की दोनों क्या कर रहे हैं .
जीजू : मादरचोद मुझे तेरी भोसड़ी तो पहले से ही चूदी चुदाई मिली थी. मुझे भी तो सिल पैक चुत चाहिए थी. और उसने जोर से एक लप्पड़ दीदी को मारा.
दीदी बोली हाँ तो मैं अपनी छोटी बहन की सिल पैक चूत तुझे दिलवाउंगी ना. थोडा इन्तेज़ार तो करो उसको मैं मना तो लूँ.
जीजू बोले अगर वो भी तेरी तरह खूब चुदी चुदाई हुई तो .
दीदी बोली नहीं वोह सिल पैक ही होगी वोह सिर्फ अपनी पढाई में ही ध्यान लगाती है वोह हर साल पहले नंबर से पास होती है. जरुर उसे चुत लंड चुदाई का जरा भी नहीं पता होगा. उसको चोद कर अपनी मन की तमन्ना पूरी कर लेना .
जीजू ने अपना लंड दीदी के मुह से निकाल दिया और ६९ की पोसिशन में लेट गए और दीदी के मुह मे फिर से लंड दे दिया और खुद दीदी की चुत लगे चाटने . वोह दीदी की चुत को दांतों से काट रहे थे और दीदी दर्द से कराह रही थी धीरे धीरे काटो डार्लिंग दर्द हो रहा है .
जीजू बोले चुप हरामजादी तू खूब चूदी हुई है पता नहीं कितनो ने तुझे चोद चोद कर तेरी चुत को इंडिया गेट बना दिया है. आज तुझे लहू लुहान कर दूंगा. अगर तू अपनी बहन नहीं चुदवाएगी तो तेरा सारा खून पि जाऊंगा .और जीजू जोर जोर से दीदी की चुत काटते रहे. दीदी चिल्लाती रही.फिर जीजू ने दीदी को घोडी बनने को कहा और अपना लंड दीदी कीऔर अपना लंड दीदी की गांड मे घुसेडने लगे .
दीदी बोली अरे आगे चुत मे डालो ना गांड मे मत डालो ना .जीजू बोले तेरी चुत नहीं भोसडा है उस मे डाल के मज़ा नहीं आता है तेरी गांड टाइट है गांड ही मारूंगा. चुप चाप गांड मे डालने दे.और जीजू ने ९ इंच लम्बा मोटा लंड दीदी की गांड में डालने लगे.दीदी को दर्द हो रहा था वो दर्द से करह रही थी ओह आह मै मर गई रे जालिम . फिर जीजू ने लंड बहार निकाल कर उस पर थोडी क्रीम लगाई और फिर गांड मे डालने लगे इस बार लंड गांड के अन्दर घुस गया .जीजू ने गांड मे लंड डाल कर धक्के देना सुरु किया और आगे से दीदी की चुचियों को पकड़ कर दबाते रहे .अब दीदी को भी मज़ा आ रहा था
दीदी बोली और जोर से फटाफट धक्के दो फाड़ दो मेरी गांड को. मेरी गांड को बड़ा चौराहा बना दो.
जीजू बोले क्यूँ गांडू अब मज़ा आ रहा है ना. अब बोल अन्नू को कब चुदवा रही है नहीं तो मे तेरी गांड मे से लंड बाहर निकालता हूँ .
दीदी बोली ना ना लंड मत निकालना वरना मे तड़फती रह जाउंगी . तुम्हे अन्नू चोदनी हैं ना मै कल ही उसको पटा के तुमसे चुदवा दूंगी लेकिन अभी गांड से लंड मत निकालना मेरे राजा. मार मेरी गांड और तोड़ दे मेरे बदन की सारी हड्डियों का सुरमा बना दे .आह मज़ा आ रहा है और धक्के दे.
मैं सब देख सुन रही थी मुझे बड़ा डर लग रहा था फिर भी खड़ी इस लिए थी की ये दोनों मेरे बारे में क्या प्लान बना रहे हैं .जीजू बोले मेरा रस निकलने वाला है और जीजू ने अपना लंड बाहर निकाल कर दीदी के मुह मे दे दिया और बोले पी जा मेरे लंड का सारा रस और दीदी लंड मुह मे लेकर चूसने लगी और ऐसा लगा जैसे गले मे कुछ निगल रही हो. फिर दोनों शांत हो गए और मैं अपने कमरे मे चली गई . मुझे डर लग रहा था और मुझे पूरी रात नीद नहीं आई.


अगले दिन सुबह जब जीजू काम से बाहर चले गए दीदी मेरे पास आई और बड़ा प्यार जताने लगी.
दीदी मुझ से बोली अन्नू आज तुझे तेरे जीजाजी के साथ सोना है .
मैं बोली क्यूँ ? दीदी बोली देख अगर तू अपने जीजा के साथ नहीं सोएगी तो तेरा जीजा मुझे मार मार के मेरा बुरा हाल कर देगा. मैं शादी से पहले अपने दोस्त के साथ सेक्स कर चुकी थी और तेरे जीजाजी मुझ से इसी बात को लेकर झगडा करते हैं .वो कहते हैं की तू तो मुझे सिल पैक नहीं मिली लेकिन अन्नू की सिल तू मुझ से तुड़वा दे तो मैं फिर तुझे कुछ नहीं बोलूँगा.
मैं बोली नहीं दीदी मुझे बड़ा डर लगता है . कल रात को मैंने थोडी देर आपके कमरे मे जो हुआ देखा था . मैं कुछ नहीं करने वाली हूँ . दीदी जो गलती आपने की है वो आप भुगतो.मुझे मत घसीटो.
दीदी बोली तुने रात को क्या देखा था .
मैं बोली आप को रोते हुए देखा था. जीजू आप को काट रहे थे , मार रहे थे और आप चिल्ला रही थी दर्द के मारे आप का बुरा हाल था .
दीदी बोली पगली वो तो मेरा स्टाइल है जब तक कोई मुझे जानवर की तरह नहीं चोदता ( दीदी अब खुल के बोलने लगी ) मुझे मारता नहीं है मुझे मज़ा ही नहीं आता है. वो मुझे कोई गु़स्से से थोड़े ही मार रहे थे .मुझे कोई दर्द थोड़े ही हो रहा था वो तो मुझे मज़े दे रहे थे.
लेकिन दीदी अगर मै भी शादी से पहले सेक्स करुँगी तो मेरे पति भी तो मुझको बोलेंगे की उनको सिल पैक नहीं मिली तब मैं क्या करुँगी.
दीदी बोली तेरी शादी मैं अपने देवर के साथ करवा दूंगी.
मैं बोली वोह भी बोलेंगे की सिल पैक नहीं मिली. फिर मेरा क्या होगा.
दीदी बोली वो ऐसा नहीं बोलेगा .
मैंने पूछा वो क्यूँ नहीं बोलेगा.
तब दीदी ने ठंडी साँस भरी और बोली अच्छा मैं आज तुम्हे अपनी सारी बात खुल के बताती हूँ.
दीदी बोली एक बार तेरे जीजू काम से शहर से बाहर गए हुए थे और मैं घर मे अकेली थी . मेरे देवर ने उस दिन मेरे साथ बलात्कार कर के मुह काला किया था . जब मैंने जीजू को बताया तो उन्होंने देवर को बुलाया .मै समझी वो उसकी खबर लेंगे .लेकिन वहां तो मामला उल्टा ही था .तेरे जीजू बोले क्यों भाई कल रात भाभी को कैसे चोदा जरा बता तो सही और देवर ने उनके सामने ही मुझे फिर चोदा . ये दोनों की मिली भगत थी.तेरे जीजू बोले शादी से पहले भी तू पता नहीं कितने कुत्तो से चुदवा चुकी है तो देवर ने भी चोद लिया तो क्या आफत आ गई . ये तो वही मिसाल हो गई कुत्तो से फडवानी मंजूर लेकिन देवरों को नहीं देनी . मेरे देवर ने मुझे कई बार चोदा है और तो और दोनों भाई मिल कर मेरी चुदाई करते हैं.सच तो ये है अन्नू की अब एक लंड से मेरा मन भी नहीं भरता मुझे २/ ३ लंड जब तक नहीं चोदे मुझे तस्सली नहीं होती. अगर मेरा देवर बोला की सिल पैक नहीं मिली तो मैं कह दूंगी तू कौन सा सिल पैक है. शादी से पहले कितनी बार तो मुझे चोदा है और पता नहीं कितनी लड़कियों को और भी चोदा होगा. उसकी हिम्मत ही नहीं होगी कुछ बोलने की. तू उस बात की चिंता छोड़ दे , मैं हूँ ना सब सम्हाल लुंगी. बस तू आज की रात जीजू के साथ सो जाना . और चिंता मत कर मैं भी साथ में रहूंगी कोई डर की बात नहीं है मेरी प्यारी बहन अन्नू. दीदी इस तरह मुझे फुसलाती रही. दीदी बाज़ार गई और मेरे लिए एक दम पारदर्शी नएटी और काले रंग की ब्रा और चड्डी लेकर आई.
शाम के समय दीदी बोली जा कर नहा लो और नहा के ये कपडे पहन लो. मैं नहाने गई तो दीदी भी बाथरूम के पास आकर खड़ी हो गई.और बोली दरवाज़ा खुला रख के नहाओ. दीदी के सामने नंगी हो कर नहाने मे.मुझे बड़ी शर्म आ रही थी बोली शर्म मत करो मैं तुम्हारी दीदी हूँ अभी से थोडी शर्म खुल जायेगी तो अच्छा है रात को इतनी शर्म नहीं आएगी. और दीदी ने जबदस्ती मेरे सूट के बटन खोल कर सूट और सलवार निकाल दी. और फिर मेरी ब्रा चड्डी भी निकाल दी .
मेरी चूची देख कर दीदी बोली हाय कितनी प्यारी कड़क चूची हैं तेरी और ये क्या तुने अपनी चुत के बाल कभी काटे नहीं हैं क्या ? देख तो जरा बाल कितने बड़े बड़े हो गए हैं. तेरी चुत तो दीखती ही नहीं है. पूरा जंगल बना रखा है तुने.

दीदी क्या बाल भी काटे जाते हैं. मुझे नहीं मालूम था. दीदी बोली तू बड़ी भोली हे रे. दीदी ने अपने कपडे निकाले और अपना चिकना भोसड़ा दिखाया . बोली देख मेरा भोसड़ा.
मैं बोली दीदी इसको चुत बोलते हैं या भोसड़ा .दीदी बोली देख तू चुदी नहीं है और तेरी चुत एक दम टाइट सिल्पैक है इसलिए इसे चुत कहते है और मैं खूब चुदवा चुकी हूँ और मेरी चुत काफी चौडी हो गई है इस लिए इसे भोसड़ा बोलते हैं . चुत को हमेशा बाल काट के चिकनी बना के रखा कर, जैसे मै रखती हूँ .अच्छा रहने दे इन बालो को तेरे जीजाजी को भी विश्वास आ जायेगा की तू एक दम फ्रेश सिल पैक ही है.
मैं अच्छी तरह नहाई. दीदी ने नेइटी चड्डी ब्रा जो लेकर आई थी पहन ने को दी .उस ड्रेस को पहन कर मुझे बड़ी शर्म लग रही थी. लेकिन दीदी बोली अरे वाह मेरी बन्नो रानी इस ड्रेस मे बड़ी खुबसूरत मॉल लग रही है .तेरा जीजा का लंड तुझे इए ड्रेस मे देख कर तो और भी फूल कर लम्बा मोटा हो जायेगा .तेरा जीजा बहुत मस्त चोदता है .
मैं बोली प्लीज दीदी रहने दो , मुझे छोड़ दो .
दीदी बोली आज तेरे जीजा के साथ तेरी सुहाग रात मनवाती हूँ , तू क्याचाहती है तेरा जीजा मेरी जान ले ले . अपनी दीदी के लिए इतना भी नहीं कर सकती क्या ? और फिर चुदवाने मे तो बड़ा मज़ा आता है .तुझे कोई सजा थोड़े ही दे रही हूँ . मैं तो तुझे भी लंड का मज़ा चखा रही हूँ .एक बार चुदाने के बाद तू खुद चुदवाने के लिए मरी जायेगी .मैं चुप हो गई.

करीब ८ बजे जीजू आये .मेरा दिल धक् धक् कर रहा था. मैं अपने कमरे मे बैठी थी. जीजू ने दीदी से पूछा अन्नू मानी या नहीं. दीदी बोली हाँ मैंने मना लिया है लेकिन जरा प्यार से धीरे से चोदना बेचारी बड़ी डर रही है. दीदी ने मुझे आवाज़ देकर बुलाया . मैं ड्राइंग रूम मे आई . जीजू मुझे इस ड्रेस मे देख कर एक दम ख़ुशी से चिल्ला पड़े . अरे वाह मेरी साली इतनी खुबसूरत सेक्सी है. देख तो मेरी साली की चूचियां कितनी तनी हुई हैं एक दम कड़क चाहे इस पर बादाम रख के अपने लंड से बादाम फोड़ लो. और हसने लगे हा हा हा हा. मज़ा आ गया साली को देख कर आज तो पूरी रात चोद चोद के इसकी सुहागरात मनाऊंगा. आजा मेरी अन्नू रानी अपने कपडे उतार के मेरे पास नंगी हो कर आजा .हम भी तो देखे तेरी चुत सिलपैक है या चुदा हुआ भोसड़ा . ये बातें सुनकर मेरा मन कर रहा था की धरती फट जाये और मैं उसमे समां जाऊँ .जीजू ने दारू की बोतल निकाली और दीदी के साथ दारू पिने लगे . दीदी ने मुझे अपने पास बुलाया और बोली थोडी सी तू भी पी ले बड़ी कमाल की चीज़ है ये दारू..थोडी सी अन्दर जाते ही पूरी हिम्मत आ जायेगी सारी शर्म और डर ख़तम हो जायेगा और फिर खूब मज़ा करेगी. मैंने साफ मना कर दिया .और मै अपने कमरे मे भाग गई और दरवाज़ा अन्दर से बंद कर लिया .जीजू ने जोर से दरवाज़े पे लात मारी लेकिन दरवाज़ा नहीं टुटा फिर थोडी दूर जाकर भाग के आये दरवाज़े को जोर से अपने शरीर से टक्कर मारी ,दरवाज़ा टूट गया .जीजू को दारू के साथ मेरे शरीर का पूरा नशा हो रहा था वो मेरे कमरे मे घुस आये.मैंने कहा जीजाजी प्लीज आप कमरे से चले जाइये . लेकिन वो तो और आगे बढे और मुझे पकड़ने की कोशिश करने लगे.मै भागी .जीजू मेरे पीछे . मै भाग कर ड्राइंग रूम मै आ गई और ऊपर वाले कमरे मे जाने के लिए सीढ़ी की तरफ भागी . जीजू ने दीदी को बोला पकड़ इस हरामजादी कुतिया को साली भाग रही है. दीदी भी भाग कर मुझे पकड़ने आई दीदी ने मेरा हाथ पकडा मेरी निएटी फट गई और मैंने बचने के लिए कस के एक लात दीदी की टांगो पर दे मारी.लेकिन दीदी की पकड़ मजबूत थी और इतने मे ही जीजू भी आ गए और मैं दोनों के बिच मे बकरी की तरह फसी हुई थी और निकल कर भाग जाने के लिए फड फडा रही थी, जीजू ने मुझे कस के २ थप्पड़ मारे आज इसको नहीं छोड़ना है . दीदी बोली भाग क्यूँ रही है . तुझे प्यार ही तो करेंगे कोई जान से मार तो नहीं देंगे. ऐसे भागेगी तो अच्छा नहीं होगा. जीजू ने मुझे जोर से पकड़ के दबाया और मेरे मुह पर जबरदस्ती किस किया और मेरे होठों को काटने लगे .मेरे होठ कट गए और थोडा खून भी निकला . खून देख के जीजू को और भी करंट आया वो दीदी से बोले ले चाट ले अपनी बहन का खून .जीजू ने मुझे कस के पकड़ रखा था और दीदी मेरे होठ पे लगा खून चाटने लगी जीजू मेरी चूची मसल रहे थे . मै जोर जोर से चिल्ला रही थी मुझे छोड दो .मेरे ऊपर रहम करो.और किसी तरह उनकी पकड़ से निकल कर भागने की कोशिश कर रही थी . जीजू बोले पहले इसको नंगी कर दो जिससे ये घर से बाहर भाग कर नहीं जा सके.जीजू ने मेरी नएटी पूरी फाड़ के मेरे शरीर से अलग कर दी और भूखे भेडिये की तरह मेरी पूरी बॉडी को देखने लगे जैसे मुझे कच्चा खा जायेंगे . जीजू ने मुझे पकड़ रखा था मैं बेबस थी जीजू ने मेरी ब्रा खिंचके फाड़ कर उतार दी और मुझे अपनी बाँहों मै जकड लिया . दीदी से बोले चल जल्दी से इसकी चड्डी भी निकाल दे मैं इसको पकड़ के रखता हूँ.दीदी ने मेरी चड्डी निकाल दी .मैं पूरी नंगी जीजू की बाँहों मै थी .मैंने बहुत कोशिश करी की किसी तरह उनके चंगुल से निकाल जाऊँ लेकिन जीजू ने मुझे कस के पकड़ रखा था. मै चिल्ला रही थी. दीदी बोली चिल्ला ले तेरी आज यहाँ कोई नहीं सुन ने वाला. ज्यादा नखरे चोदेगी तो मेरे देवर को भी यहीं बुला लुंगी. फिर दोनों मिल के तेरी चुत का हलवा बना देंगे.
जीजू दीदी से बोले चल तू भी नंगी हो और फिर मेरे भी सारे कपडे निकाल के नंगा कर .मै अन्नू रानी को पकड़ के रखता हूँ. दीदी ने अपने सारे कपडे निकाल कर नंगी हो गई फिर जीजू के पास आई और उनकी पैंट और चड्डी निकाल दी .जैसे ही दीदी ने जीजू की चड्डी निकाली जीजू का मोटा लम्बा डंडा मेरी चुत से टकराया , ऐसा लगा कोई मोटा गरम लोहे का रोड मेरी चुत पे दबाव डाल रहा है .जैसे ही टीशर्ट निकालने के लिए जीजू ने अपने हाथ ऊपर किये जीजू की पकड़ ढीली हो गई और मैं बचने के लिए कमरे की तरफ भागी. दीदी और जीजू को बड़ा गुस्सा आया दोनों ने भाग कर मुझे पकडा और कस के दो थप्पड़ मारे .मै रोने लगी .दीदी बोली देख अन्नू आज तो तेरी चुदाई होनी ही है राजी या बिना राजी .राजी से चुदवाएगी तो हमें और तुझे सब को मज़ा आएगा . मैं बोली दीदी मैं नहीं करने दूंगी. मुझे छोड दो .मेरी जान निकल जायेगी. जीजू बोले अगर इसी तरह से नखरे करेगी और भागम भाग करेगी तो जरुर मरेगी. चुपचाप चुदवा ले हमें भी मज़ा लेने दे. नहीं तो मार मार के तेरा बुरा हाल कर दूंगा और चुदेगी तो तू तब भी. लेकिन मैं किसी भी कीमत पे अपनी इज्ज़त बचाना चाहती थी. जीजू और दीदी मुझे घसीट कर कमरे मे ले गए. और मुझे पलंग पर पटक दिया.जीजू मेरी छाती पर बैठ गए और जोर जोर से मेरी चुचियों को मसलने लगे मुझे बड़ा दर्द हो रहा था जीजू ने अपने डंडे से मेरे मुह पे पिटाई करनी चालू कर दी. वो कोशिश कर रहे थे की मेरे मुह मे अपना डंडा डाल देवे. दीदी ने मेरा मुह पकड़ कर खोला और जीजू ने अपना डंडा मुह मै घुसेडना चाहा लेकिन डंडा मेरे मुह मे गया नहीं . दीदी ने फिर मुझे जोर से मुक्का मारा और जैसे ही मेरा मुह थोडा खुला जीजू का डंडा थोडा मेरे मुह मे अन्दर घुस गया, . फिर पता नहीं दीदी को कहाँ से आईडिया आया उसने मेरी चुत के बालों को जोर से खिंचा .मै दर्द से तड़फ उठी और मेरा मुह काफी खुल गया . जीजू ने अपना डंडा पूरा मेरे मुह मे घुसेड दिया .अब जीजू का डंडा मेरे गले तक फंस गया मुझे लगा जैसे मेरा दम घुट रहा है. मुझे साँस लेने मे परेशानी हो रही थी और ना ही कुछ बोल पाने की स्तिथि मे थी. दीदी ने निचे मेरी चुत पे वार किया अपने दांतों से चुत को चाटने लगी. लेकिन मै ना तो बोल सकती थी ना चिल्ला सकती थी .सिर्फ मेरी आँख से आंसू निकल रहे थे. दोनों मै से किसी को भी मेरे ऊपर रहम नहीं आया.दीदी ने मेरी चुत के दोनों पाट को कस के पकडा और खिंचा फिर मुह मे लेकर पहले प्यार किया और फिर लगी दातों से काटने . मुझसे दर्द सहन नहीं हो रहा था.जीजू अपने डंडे को मेरे मुह मे आगे पीछे कर के मेरे मुह को चोद रहे थे.
इतने मे बाहर से दरवाज़े की घंटी बजी . मैंने सोचा चलो लगता है भगवान ने मुझे बचाने के लिए किसी अवतार को अचानक बिना किसी उम्मीद के भेज दिया है. मैं भगवान को याद करने लगी. लेकिन मैं देख कर चोंक गई दीदी नंगी ही दरवाज़ा खोलने गई. मुझे बड़ा अजीब सा लगा की क्या चक्कर है .दीदी एक दम से पूरी नंगी दरवाज़ा कैसे खोलेंगी.लेकिन हे भगवान जब वो अन्दर आया तो मेरी जान और भी सुख गई. आने वाला कोई देवता नहीं बल्कि शैतान था मेरी दीदी का देवर.शायद दीदी ने ही इसको बुलाया होगा इसी लिए नंगी ही जाकर दरवाज़ा खोलने चली गई.
कहो भाभी कैसा चल रहा है. बकरी दूध पी गई या नहीं. दीदी बोली कहाँ अभी तो मान ही नहीं रही है सती सावित्री कमिनी कहीं की . अब तू आ गया है तो उसको दूध और तेरे लंड की दही सब पिलायेंगे. देवर ने मुझे नंगी देख कर बोला हाय भाभी ये तुम्हारी बहन कितनी गोरी है पूरी बॉडी संगेमरमर की तरह चिकनी है अभी तक ये कैसे बची रह गई थी. भाभी बोली तो मैं क्या काली कलूटी हूँ सालों चूतियों नया मॉल देख कर पुराना मॉल क्या बासी सडा हुआ लगने लग गया. देवर बोला अरे भाभी तुम तो बस तुम ही हो मैं तो अन्नू की तारीफ कर रहा था इसका मतलब ये तो नहीं की तुम काली हो .अपनी झांटे क्यूँ सुलगाती हो . देवर बोला क्यूँ अन्नू जान मादरचोद कहीं की क्यों अपना बुरा हाल करवा रही हो चुप चाप मान जाओ और मज़े से चुदवा लो हमें भी मज़ा आएगा . नहीं तो तेरी गांड भी आज ही मारेंगे. एक तेरी चुत मे और एक तेरी गांड मे एक साथ लंड घुसेड के चोदेंगे जैसे तेरी बहन को चोदते हैं . वैसे मुझे तो जबदस्ती चोदने मै भी खूब मज़ा आता है.तेरी बहन को भी पहली बार मैंने जबरदस्ती बलात्कार कर के ही चोदा था .अब देख तेरी बहन को कैसे चोदता हूँ फिर चुदवा लेना . आओ भाभी मेरी कुतिया रानी मेरे पुराने बासी मॉल मेरे पास आओ जरा अपनी चूची से दूध पिला कर मेरा लंड मोटा ताज़ा कर दो. फिर अन्नू जान को चोदुंगा. दीदी देवर के पास गई उसके सारे कपडे निकाल दिए और वो दीदी की चूचियां मुह मे लेकर चूसने लगा फिर दीदी उसका लंड अपने मुह मे लेकर चूसने लगी.दीदी ने उसके लंड के निचे लटक रही दोनों गोलियों को भी चूसा देवर दीदी की चूचियां मसलता रहा . दीदी बोली रंडी की औलाद क्या तेरे हाथ मे दम नहीं है जोर से मसल मेरी चुचियों को .जीजू बोले देख अन्नू रानी हरामजादी तेरी दीदी बहन की लोडी कैसे देवर का लंड चूस रही है कितना मज़ा आ रहा है उन दोनों को .तू भी ऐसे ही प्यार से चूसेगी तो क्या तेरी गांड फट जायेगी भेन्चोद कहीं की.मै बोल तो सकती थी ही नहीं सिर्फ सुन ही सकती थी. और मजबूर थी. मेरे सामने देवर ने दीदी को खड़े खड़े ही चोदा फिर दोनों ने आकर मुझे पकडा. दीदी ने मेरे हाथों को और देवर ने मेरी दोनों टांगो को कस के पकड़ लिया . जीजू अब अपना लंड मेरे मुह से निकाल कर मेरी चुत पे हमला करने वाले थे. जीजू मेरे ऊपर चढे और लंड से मेरी चुत पे ५ / ६ बार पिटाई करी. बोले बड़ी करारी चुत है .देवर बोले हाँ भैया बड़ी कड़क चुत है इसको चोदने मे बड़ा मज़ा आएगा, जीजू बोले तू पहले चोदेगा या मै पहले चोदु .देवर बोला भैया आप बड़े हैं आप के होते हुए मैं कैसे पहले करूँगा . पहले भोग तो आप ही लगाओ.आप राम हैं मैं लछमन हूँ, दीदी बोली वाह रे राम लछमन बड़ा प्यार है भाई यों मे , अपनी सीता का भी तो ध्यान रखो . देवर हंस के बोला सीता को चोदने के लिए अभी रावण आने वाला है. भाभी चिंता मत करो नई चुत देख कर पुरानी को भूल थोड़े ही जायेंगे . नया नौ दिन पुराना सौ दिन . आप के सहारे ही तो दाल रोटी चलेगी.
और जीजू ने मेरी चुत पे अपना लंड लगाया धीरे से अन्दर घुसेडने लगे लेकिन अन्दर नहीं गया . फिर जीजू ने मेरी चुत खोल के चुत के दरवाज़े पे लंड को सेट किया और जोर से धक्का मारा मै चिल्लाई मरी गई रे. मेरी चुत की झिल्ली फट गई और चुत से काफी खून निकलने लगा.देवर बोला भैया खून निकल रहा है मैं चाट लूँ क्या ? जीजू बोले चाट ले कमीने मादरचोद तुझे खून चाटने का बड़ा शौख है. छोड दे टांगे अब ये कहाँ बच के भागेगी. चाट इसका खून चाट इसको भी थोडी राहत मिलेगी.
उसने मेरी टांगे छोड दी और मेरी चुत के पास आ गया और चुत से निकले खून को चाटने लगा.मुझे कुछ ठंडक पड़ी. फिर जीजू ने अपने लंड को और अन्दर घुसेदा और फिर जोर जोर से धक्के देने लगा .मेरा बुरा हाल था. लेकिन किसी को भी मुझ पे तरस नहीं आ रहा था. देवर मेरी चुत चाट रहा था और दीदी ने भी मेरे हाथ छोड दिए और देवर का लंड चूसने लगी. १५ मिनट बाद जीजू ने मेरी चुत मे अपना रस छोड दिया .ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने गरम गरम दूध डाल दिया हो. मैं थक कर चूर हो गई थी. फिर जीजू निचे लेट गए और मुझे अपने ऊपर लिटाया और अपना लंड मेरी चुत मे डाल दिया .इस बार मुझे पहले जितना दर्द नहीं हुआ.वो देवर से बोले तू ऊपर आके अन्नू रानी की गांड मे अपना लंड डाल के इसकी गांड मार. वो बोला जो हुकम भैया.उसने मेरी गांड देखी और मेरी गांड मे एक उंगली डाली बड़ी मुस्किल से थोडी सी अन्दर गई.वो बोला भैया इसकी गांड को आज रहने दो बड़ी टाइट है .बेचारी मर जायेगी. जीजू बोले अच्छा अब ये बेचारी हो गई . तेरी भाभी की गांड मारी थी तो क्या वो मर गई थी. अरे पगले पहली बार तो जोर लगाना ही पड़ेगा ना .दीदी बोली इसकी आज चुत की सिल तोडी है कल गांड भी मार लेना देखो क्या बुरा हाल हो गया है इसका.जीजू बोले चुप भोसिडिकी वर्ना तेरी गांड मे दोनों लंड डाल के मारेंगे. दीदी बोली आजा चोदु कहीं के मार मेरी गांड मार. देवर ने तुंरत दीदी को घोडी बनाया और दीदी की गांड मे लंड घुसेड दिया . जीजू बोले देख अन्नू रानी अपनी दीदी को कैसे गांड मरवा रही है अपने देवर से .साली पूरी रंडी है मादरचोद ४/५ लोडों से एक साथ चुदवा सकती है. डर मत तू भी २/४ बार चुदवा कर इसके जैसी ही बन जायेगी तब तुझे भी रोज़ लंड की जरुरत पड़ेगी. जीजू ने दूसरी बार अपना रस मेरी चुत मे छोड दिया . अब देवर बोला भैया एक बार मैं भी अन्नू रानी को चोद लू. जीजू बोले क्यूँ नहीं. और इसको चोद के बता इसको अपनी बीबी बनाएगा या नहीं. वो बोला भैया ये तो आप को सोचना है.जीजू बोले मुझे तो इसको चोद के खूब मज़ा आया है मेरी तरफ से तो हाँ है, बस तू भी हाँ कह दे तो तेरी शादी अन्नू के साथ करवा देंगे.दीदी बोली शादी तो करनी ही पड़ेगी .तुम ने इसकी सिल भी तोड़ डाली अब क्या शादी नहीं करोगे.
जीजू बोले तू चुप रह भेन्चोद .सिल तोडी है तो कौन सी आफत आ गई. वो तो तेरा बदला लिया है. चल डाल अपना लंड इसकी चुत मे.देवर ने अपना लंड मेरी चुत मे डाला और दीदी से बोला भाभी लाओ अपनी चुत मेरे मुह मे दे दो. देवर मेरी चुत चोद रहा था और साथ मे दीदी की चुत को काट रहा था.जीजू दीदी की चूचियां भींच रहे थे,वो तीनो मज़ा कर रहे थे और मै दर्द से मरी जा रही थी. जब देवर का रस निकला तो वो मेरे ऊपर से उतरा और बोला अन्नू रानी थोडा आराम कर लो .थोडी सी दारू पी लो सारी थकान दूर हो जायेगी . और जबरदस्ती मेरे मुह मै दारू डाल दी .मेरा गला जलने लगा .और धीरे धीरे उन्होंने दारू का पूरा ग्लास मेरे मुह मे डाल दिया.मुझे थोडी ही देर मे नींद आ गई . थोडी देर बाद उठी तो देखा जीजू दीदी की चुत मे और देवर गांड मे लंड डाल कर चोद रहा था . तीनो खूब हंस रहे थे और गलियां बक रहे थे. मुझे दारू का नशा हो गया था कुछ भी होश नहीं था. मैं उठी और जीजू का लंड दीदी की चुत मे से बाहर नीकाल कर चूसने लगी. मुझे मालूम ही नहीं था की मैं क्या कर रही हूँ.जीजू बड़े खुश हुए और मुझे किस करने लगे बोले ये हुई न बात .अब तू भी अपनी दीदी की तरह पूरी रंडी बन गई है. आजा अब तुझे प्यार से चोदेंगे.मैं खुद जीजू से चिपट गई उनको किस करने लगी और शर्म छोड़ कर उनका लंड अपनी चुत पे रगडने लगी . ये सब मैं नशे मे कर रही थी . नशे मे मुझे लग रहा था की कोई मुझे कस् के प्यार करे और मुझे खूब चोदे .मैं अपनी चुत का दर्द भी भूल गई.

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