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Wednesday, August 15, 2012

पांडू की ये हालत कैसे हुई


पांडू की ये हालत कैसे हुई

पांडू अपने छोटे भाई बाबू से बहुत प्यार करता था। एक दिन पांडू ब्लू फ़िल्म देख रहा था, और बाबू पास ही खेल रहा था। देखते-देखते पांडू का लंड खड़ा हो गया, और उसने अपना लौड़ा निकाल उसे मसलना शुरू कर दिया। बाबू समझ नहीं सका कि पांडू क्या कर रहा है, इसलिए उसने पूछा, "क्या भैया क्या कर रहे हो?"

पांडू ने कहा, "कुछ नहीं, (लंड दिखाते हुए) देखो यह तोता है, (फिर अपनी झांटें दिखाते हुए) देखो यह तोते का घोंसला है, (फिर अंडकोश दिखाते हुए) देखो यह तोते का अंडा है, मैं तो बस तोते से खेल रहा था"

बाबू - "भैया लाओ न मैं भी थोड़ा तुम्हारे तोते से खेलूँ"

पांडू ने अपना लौड़ा बाबू के हाथों में दे दिया, बाबू उसे सहलाने लगा, और देखते-देखते पांडू को नींद आ गई।

अगला दृश्य

पांडू अस्पताल के आई.सी.यू. में भर्ती है, और डॉक्टर समझने की कोशिश कर रहे हैं, कि पांडू को आख़िर क्या हुआ। एक डॉक्टर को पता चलता है, कि पांडू के साथ हादसा होने के वक़्त उसका भाई बाबू उसके साथ था सो वह बाबू के पास जा कर पूछता है, "पांडू की ये हालत कैसे हुई?"

बाबू मासूमियत से जवाब देता है, "पता नहीं अंकल, मैं तो भैया के तोते से खेल रहा था, अचानक ही तोते ने मुझ पर थूक दिया, मुझे ग़ुस्सा आ गया और मैंने उसकी गर्दन मरोड़ दी, उसके अंडे फोड़ दिए और उसके घोंसले में आग लगा दी"

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